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Thursday, March 19, 2015

Mere Jeevan Ki kahaani

This Hindi poem highlights the autobiography of the poetess in which she admits that she was also indulged in the Love once but that love is totally based on true love in which trust is maintained by

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Hindi Love Poem – Mere Jeevan Ki kahaani

मेरे जीवन की कहानी …….इतनी बेईमानी ,
मैंने कहा था कुछ और ….
पर लिख दी उसने प्रेम-कहानी ।

मेरे जीवन की कहानी …….नहीं इतनी भी पुरानी ,
मैं भी हूँ हाँ इसी सदी की ……
फिर क्यूँ ना करूँ मैं भी थोड़ी सी मनमानी ।

मेरे जीवन की कहानी …….मेरी ही जुबानी ,
इश्क मैंने भी किया है …..
बस मेरे इश्क की उमर बड़ी सयानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……बन गई एक निशानी ,
उसके आने की आहट से ही ……
भर गए उसमे रंग कितने नूरानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……जिसमे भरा है सिर्फ पानी,
कभी आँखों से छलके तो कभी …….
बहता रहा करके इशारे तूफानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……मैंने भी अब मन में है ठानी ,
कि जिंदगी बेरंग है अगर …….
तो उसमे लौटा लो फिर से अपनी खोयी हुई जवानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……चढ़ी फिर से मुझ पर जवानी ,
मैं भी सजने-सँवरने लग गई …….
ख्यालों में बनकर उसकी रानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……क्यूँ तूने है जानी ?
रो देगा उसका दर्द पढ़कर ……..
जब जानेगा कि अधूरी ही रह जाती थी मेरी वो प्रेम-कहानी ।

मेरे जीवन की कहानी …..प्यासे अधरों को पाने की मैं भी थी दीवानी ,
बहुत तपिश थी उसके साथ में …..
फिर भी ना आई उसे मेरी अगन बुझानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……जैसे गर्म रेत पर ठहरा हुआ पानी ,
समा जाता वो भी समुन्दर में  …….
गर लहरों का आता मचलता हुआ पानी ।

मेरे जीवन की कहानी …..जिसमे थी कितनी सटीक और स्पष्ट वाणी ,
उसके साथ जीने की सिर्फ थी एक तलब ……
फिर लौट आऊँ वापस अपनी ही दुनिया में लिखने एक नई कहानी ।

मेरे जीवन की कहानी ……हकीक़त से रु~ब~रु है जानी ,
पंख होते हैं जिसके मोम के …..
फिर भी ख्वाईशें है ओढ़ने को चुनरिया धानी ।

मेरे जीवन की कहानी …..उसने जो कही वो मैंने मानी ,
इसी को इश्क कहते हैं शायद ……
जिसमे विश्वास पर टिकी हो प्यार करने वालों की हर निशानी ॥

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