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Sunday, March 15, 2015

Hot News In “Sansad”

This Hindi poem highlights about those old aged ministers whose name are indulged in many sex scandals with the young guys and young girls

love rope knot
Hindi PoemHot News In “Sansad”

हमारे देश के नेता भ्रष्ट ,
चखने चले सोम रस ,
उम्र का लिहाज़ तो किया होता ,
कहते हैं हमारे हैं नाती -पोता ।

खुद के मुँह में दाँत नहीं ,
ख्वाइशों में चिकने शबाब कहीं ,
उम्र का चल रहा आखिरी पड़ाव ,
बात करते हैं जवाँ हसीनायों के संग ….बिताने को रात ।

हवस का दिखा रहे ऐसा नंगा नाच ,
नौकरी दिलाने के बदले चाहते एक साथ पाँच ,
बात करते हैं कि “पार्टी” जितायो ,
और जब वो जीत जाए ….तब उसमे “शबाब” की आग लगायो ।

हमने ही दिए थे उन्हें “वोट” ,
ताकि वो खर्चें रोज़ नए नोट ,
अब जब पानी हमारे सर से गुज़रा ,
तब हम सोच रहे हैं विकल्प कोई दूजा ।

पर जितने भी विकल्प हम नए चुनेंगे ,
दो-चार भ्रष्ट तो उसमे जरूर घुसेंगे ,
जिन्हें मिल जायेंगे फिर से पाँच साल ,
तंदूरी मुर्गी और तड़के वाली दाल ।

फिर क्यूँ ऐसे “बुजुर्गों” को ,
हम सीट पर बिठाते हैं ?
जिन्हें कुर्सी का ज्ञान नहीं ,
और वो बस नेता बन इठलाते हैं ।

देश के नेता हों सभ्य ,पढ़े-लिखे और कर्मठ ,
मगर “साठ” के ना हों पार ,
क्योंकि ये “साठ” ही वो उम्र है ,
जब सठिया जाती है उनकी तबियत …नदिया के पार ।

तब ना “मर्द” और ना “औरत” में ,
फर्क उन्हें नज़र आता है ,
बस अपनी कुर्सी के दम पर ,
उनका “वहशी” मन ललचाता है ।

कभी सभायों में पकड़े जाते हैं ….
अपने “मोबाइल” में झाँकती नग्न तस्वीरों के साथ ,
और कभी “सी .डी” बन जाती है ,
उनकी काली करतूतों की सौगात ।

कब तक हम इस तरह के “Sex Scandal” ….अखबारों में पढ़कर ,
दाँतो तले ऊँगली दबाएँगे ,
क्या ये अच्छा नहीं होगा कि ऐसे नेतायों को उम्र भर के लिए ,
जेल की हवा खिलाएँगे ।

इसलिए ऐसी सभी पार्टियों को ,
ये शपथ अभी से लेनी होगी ,
कि “नसबन्दी” के बाद ही नेतायों को यहाँ ,
चुनाव लड़ने की आज्ञा देनी होगी ।

अगर समय रहते नेतायों पर ,
प्रतिबन्ध नहीं लगाया जाएगा ,
तो “देश” की प्रगति से ज्यादा ,
नेतायों की प्रगति से ही “संसद” गर्माया जाएगा ॥

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