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Wednesday, March 4, 2015

Definition Of “Juvenile”



Fire Flame Burning
Hindi Poem – Definition Of “Juvenile”

वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जो अपनी माँ के स्तनों को ….आज भी चूस रहा ,
हाँ ,वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जो चेहरे पर दाढ़ी -मूंछे उगा, सर~ए ~आम घूम रहा ।

वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जो पैसे के लिए “बस-कंडक्टर ” बन … काम करता था
हाँ ,वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जो चेहरे से मासूम ….पर एक शैतान की छवि रखता था ।

वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसने चलती बस में …..एक लड़की की इज्जत को तार-तार किया  ,
हाँ ,याद करो उस साढ़े सत्रह बरस के “Juvenile” को ……
जिसने कामुकता की खातिर …..इतना जघन्य अपराध किया ।

वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसको अभी …..रोटी कमाने का ज्ञान नहीं ,
हाँ ,वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसकी वेहशियत का …कोई बखान नहीं ।

वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसको उसकी “उम्र” से है सज़ा ….दी जा रही  ,
हाँ ,वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”……
जिसके अपराध को सुन कर …..हर किसी को घृणा आ रही ।

वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
इतिहास में अब ….. एक और नाम रचने चला है  ,
हाँ ,वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
अपने “संविधान ” में लिखे लेख पर …..ज़ोरों से अब हंसने लगा है ।

वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसने कल एक “लड़की ” की गहराई को ……बड़ी बर्बरता से नापा था ,
हाँ ,वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसके किस्से सुनकर …….हर मासूम का ह्रदय काँपा था ।

वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जो बहुत जल्द ही …….बिना सज़ा के छूट जाएगा ,
हाँ ,वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”……
जो अबकी बार किसी “लड़की” की बजाये ……किसी “लड़के ” पर सवालिया निशान लगाएगा ।

उसी साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile” को …….
पहले उसके माँ के स्तनों से ….. हटाना पड़ेगा  ,
हाँ ,वही साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”….
जिसे उसकी “उमर ” से नहीं ……उसके ” जघन्य अपराध ” से सज़ा का हिस्सेदार ….बनाना पड़ेगा ।

मत कहो ….उस दरिन्दे को “Juvenile” ,
ये एक “Juvenile’ की परिभाषा की …..नयी दलील होगी ,
ये सारे देश की ही नहीं ……
हमारे ‘संविधान” की सबसे बड़ी तौहीन होगी ।

सज़ा दे नहीं सकता ……गर क़ानून …..उसकी “Juvenile” age में ,
तो बदल दो परिभाषा …….”Juvenile” से  “Barbarian ” की ……अपनी “Official File” में ,
वो साढ़े सत्रह बरस का “Juvenile”……गर उठा सकता है डंडा …… रौंदने हुस्न को ,
तो हम भी उठा सकते हैं “तलवार “………काटने उस दरिन्दे को ।।

An Appeal To Delhi Government-
Its Better To punish The “Juvenile” ……
Instead of making His Profile ,
Otherwise The Public will Decide ,
Before passing any “Official Law” File.
Don”t Provoke The Mass……A mass is more dangerous than than the task.

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