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Tuesday, June 2, 2015

Internet Love



This Hindi poem highlights the today’s major issue where the youngsters get addicted for Internet Love with unknown persons. Here in this poem a young guy too was a sufferer of such love and spend his nights with His unknown beloved in love Chats.
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Hindi Poem on Internet Love
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ ,
कभी कुछ सुनने , कभी कुछ सुनाने की  ………. चाहत में मरता हूँ ,
मेरी तन्हाई को कभी जिस उम्मीद की किरण से  ……… था सजाया तुमने ,
आज उसी उम्मीद की किरण के सहारे मैं अपना  ………. दम यहाँ भरता हूँ ।
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ  ………..
कुछ देर रुकता हूँ यहाँ  ……… तेरे आने के इंतज़ार में ,
फिर वापस लौट जाता हूँ  ……… अपनी ही तन्हाई के संसार में ,
पर क्या करूँ ,फिर भी मगर तेरे आने की उम्मीद में  ……… हर बार मरता हूँ ,
सच कहूँ तो मैं भी अब शायद तुमसे  ……… बहुत प्यार करता हूँ ।
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ  ………..
हर बार दिल ये धड़क जाता है  ……… जब तुम Ping करती हो ,
मेरे सोए हुए नैनो में तब  ………. हज़ारों सपने भरती हो ,
तब मैं जाग कर तेरे मन के भावों को  ………. अपने दिल से पढता हूँ ,
कुछ पल तेरे संग और बिताने की  ………. भरपूर कोशिश करता हूँ ।
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ  ………..
लोग कहते हैं कि मोहब्बत सिर्फ एक  ………. जिस्मानी चाहत है ,
इन जवानी के पलों में ये एक  ………. सुकून~ए~ राहत है ,
मगर मैं इस जिस्मानी चाहत को भी अब अपने  ……… कदमों में रखता हूँ ,
तेरे साथ को पाने की अपने दिल में  ………. लम्बी आहें भरता हूँ ।
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ  ………..
ये इश्क़ भी बड़ा अजब सा बन गया है  ………. आजकल इस संसार में ,
जब बिन देखे ही एक-दूजे को  ……… समझने लगते हैं दो दिल प्यार में ,
मैं भी इस Internet Love में पढ़कर  ………. रोज खुद को बदनाम करता हूँ ,
तेरी मीठी सी बातों में खोकर  ……… तुझे अक्सर याद करता हूँ ।
मैं अक्सर रात की तन्हाई में मिलने तुमसे  ……… यहाँ आया करता हूँ ,
कभी कुछ सुनने , कभी कुछ सुनाने की  ………. चाहत में मरता हूँ ।।

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