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Tuesday, June 9, 2015

Ab Koi Gila Nahin



This Hindi poem highlights the plea of a loving wife in which Her husband ignores Her at the time of intimacy due to Her non-alcoholic Character. But later She decided to consume the same so that she would fill the gap between them.
sad-woman-eyes
Hindi Love Poem – Ab Koi Gila Nahin
साक़िया या तो शराब ला  …………. या मुझे गले से लगा ,
कल रात मेरे सितमगर ने फ़िर  ………. मुझसे किया ग़िला ।
मैं ना बन सकी उसकी मय की बोतल  ………. जो उसको नशा मैं दूँ  ,
अपने मद भरे नैनों से पिला कर जो  ……… उसकी तपन हरुँ  ।
वो चाहता था कि सौंप दूँ सब उसको  ………. जो भी वो कहे ,
मैं कहती थी कि अभी नहीं  ………. ज़रा छिपने दे ये चाँद गगन तले ।
साक़िया या तो शराब ला  …………. या मुझे गले से लगा ,
कल रात मेरे सितमगर ने फ़िर  ………. मुझसे किया ग़िला ।
वो रूठा ऐसा तब मुझसे  ………. कि जा बैठा फिर मयख़ाने में ,
मैं तकती रही राह तब उसकी ……… वो उलझा रहा अपने पैमाने में ।
सुबह की पहली किरण ने आकर फिर ………. मुझको निंदिया से जगाया  ,
मैंने तब उसके सोते लबों से  ………. वो पैमाना धीरे से हटाया ।
साक़िया या तो शराब ला  …………. या मुझे गले से लगा ,
कल रात मेरे सितमगर ने फ़िर  ………. मुझसे किया ग़िला ।
उसने कहा कि मैंने पी नहीं   ………. इसलिए करती उसपर सितम  ,
गर दो घूँट चखे होते मैंने भी  ……… तो भर देती उसके प्यासे नयन ।
मैं सुन कर उसके कड़वे वचन ………. करने लगी मनमानी ,
वो पकड़ता जब भी मुझे कसके ………. मैं झटक देती उसको बन दीवानी ।
साक़िया या तो शराब ला  …………. या मुझे गले से लगा ,
कल रात मेरे सितमगर ने फ़िर  ………. मुझसे किया ग़िला ।
आज फिर से शाम अब ढलने लगी है ………. और मेरी उमंगें हो रही हैं जवाँ  ,
अब या तो साकिया तू शराब ला ………  या मुझे अपने गले से लगा ।
आज खुद को मैं इस मय के रंग में  ………. कर दूँगी इतना रंगीन ,
कि या तो वो मुझको पाएगा   ………. या मय में डूब कर होगा संगीन ।
साक़िया या तो शराब ला  …………. या मुझे गले से लगा ,
कल रात मेरे सितमगर ने फ़िर  ………. मुझसे किया ग़िला ।
शुक्रिया साक़िया तेरी शराब का  ………. जो मेरे अंग-अंग में वो अब समा रही है  ,
उसके आने की बेताबी  ………  धीरे-धीरे से और बढ़ती जा रही है ।
जी भर के पिया कल रात उसने मुझे  ………. तेरी मय का बहुत शुक्रिया  ,
साक़िया ना अब तू गले लगा मुझे ………. क्योंकि अब है नहीं उसे मुझसे कोई गिला ॥

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