कहते हैं कि प्यार करने की कोई उम्र नहीं ,
ये कभी भी …कहीं भी …..किसी को भी हो जाता है ,
लेकिन ये भी सच है ….अगर सोचो तो ,
कि उम्र के साथ प्यार में …..एक “Mental Level ” भी तो बढ़ जाता है ।
सबसे पहले लेते हैं ….एक कच्ची उम्र की मोहब्बत को ,
जो स्कूली छात्रों के बीच में समाती है ,
उसकी न तो कोई परिभाषा होती है …
और न ही कोई सार्थकता समझ में आती है ।
बेचारे Infatuation के मारे 11th ,12th में ही …..
अपने Career को बर्बाद करते हैं ,
और बस फिर घरवालों की मार के बाद ,
फिर दुबारा से पढ़ना शुरू करते हैं ।
College में की हुई मोहब्बत ….
सपनो में एक अलग सा रंग भरती है ,
थोड़ी और Maturity आने पर …..
कम से कम Parents की नज़र से तो बचती है ।
मगर सफलता तो यहाँ भी नहीं मिल पाती ,
अक्सर प्रेमियों के प्यार को …
अभी लड़का तो बेरोजगार है ,
फिर भला कैसे थामे …..अपनी महबूबा के हाथ को ?
बस इसी कशमकश में ….
प्रेमिका किसी और की ब्याहता बनती है ,
और College में हुए इश्क को ….
बस एक College की हवा ही लगती है ।
तीसरा इश्क होता है ….
जब प्रेमी अपने पैरों पर खड़ा होता है ,
अपने ही साथ काम करने वाली ….
किसी प्रेमिका से उसका दिल मिला होता है ।
तब ऐसी मोहब्बत ….
काफी हद तक सफल होती है ,
क्योंकि दोनों के Career में ,
एक नई Shape अब होती है ।
यहाँ पर अगर कहें तो …..
प्यार के मायने हर तरह से सफल होते हैं ,
Physical और Mental दोनों ही तरीकों से ….
Love Cum Arrange Marriage के ख्वाब दिलों में होते हैं ।
ये ख्वाब बहुत जल्द ही …..
एक हकीकत में बदल जाते हैं ,
और तब धर्म ,जाति ,विवाद भी ….
खुद ~ब ~खुद भाग जाते हैं ।
इसलिए याद रखो कि ….इश्क करना कोई पाप नहीं ,
लेकिन अगर उसे सही उम्र में …..सही साथी से किया जाए ,
तो ऐसे इश्क के मरने का ….
90% तक तो …..कोई भी Chance नहीं ।।
Be a Mature Lover…..instead of an Infatuation.
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